Saturday, 12 May 2012

बटन मशरूम की बंपर फसल से हुई आर्थिकी सुदृढ़- Button Mushroom

बायफ संस्था के सहयोग से जिला मंडी के किसान बटन मशरूम की अच्छी पैदावार से गदगद हैं। इससे किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। बटन, दूधिया, ढिंगरी और ओईस्टर इन चार किस्मों में से जिला मंडी के जलवायु को देखते हुए सबसे उत्तम बटन किस्म की ही पैदावार किसानों द्वारा की जा रही है।
60 से 70 परिवार जुड़े
बायफ संस्था के तकनीकी अधिकारी और जिला मंडी प्रभारी डीके तिवारी ने मशरूम उत्पादन की विस्तृत जानकारी
दी। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की विविधिकरण परियोजना के
अंतर्गत बायफ संस्था पुणे द्वारा रेशम कीट पालन के साथ साथ मशरूम
की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इसके अंतर्गत जिला मंडी के 60 से 70 किसान परिवारों को बटन मशरूम की पैदावार के लिए करीब 16सौ बैग वितरित किए गए हैं। जिससे किसान अपने घर के कमरे में मशरूम की खेती कर अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर रहे हैं।
जलवायु उपयुक्त
जिला मंडी क्षेत्र के जलवायु की
परिस्थितियां बटन मशरूम की खेती के लिए बहुत उपयुक्त हैं।
प्राकृतिक रूप से किसान
मशरूम की खेती सफलता पूर्वक कर मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक जिला मंडी के बल्ह सुंदरनगर, गोहर, सरकाघाट तथा चौंतड़ा में मशरूम के बैग किसानों को बांटे गए हैं। तीन महीने की इस खेती में सौ बैग के माध्यम से किसान 30 से 40 हजार रुपए कमाकर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर सकता है। इसके लिए परिवार बढ़चढ़ कर रूचि ले रहे हैं।

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