गर्मियों में मशरूम लगाने के इच्छुक किसान तैयार हो जाएं। मिल्की मशरूम लगाने का सीजन आ गया है। आम तौर पर किसान समझते हैं कि मशरूम सर्दियों में ही लगती है, मगर मिल्की मशरूम के आने के बाद यह खेती अब बारह मासी हो चुकी है।
मिल्की मशरूम लगाने वाले बीज की बुकिंग 15 मई से कृषि विभाग में हो सकती है। इस खेती के इच्छुक किसान मशरूम के शेड ठीक करने में जुट जाएं। इन दिनों भूसा चारा निकल रहा है, इसलिए इसका बंदोबस्त कर लें। 50 लिफाफे मशरूम लगाने के लिए किसानों को एक क्विंटल भूसा चारा और करीब 20-25 बोतल बीज की जरूरत होगी। मिल्की मशरूम की खेती के लिए सबसे बड़ा काम भूसा चारा को रोग मुक्त करने के लिए 80 डिग्री तापमान पर पानी में उबालना है। फिर लिफाफों में भरकर बीज डाल दिया जाता है। तीन सप्ताह के बाद केसिंग करने की जरूरत होती है। इसके बाद मशरूम की पैदावार होती है। खास बात यह है कि मिल्की मशरूम से भी किसानों को मोटी कमाई होती है। किसानों को मंडी में एक किलो के लिए डेढ़ सौ रुपये तक मिल जाते हैं।
मिल्की मशरूम के सबसे बड़े उत्पादक अश्विनी शर्मा का कहना है कि यह खेती आसान व लाभकारी होगी। पिछले दिनों वैज्ञानिकों की किसानों के साथ हुई बैठक में कहा गया था कि अब रोगमुक्त बनाने के लिए भूसा चारा को उबालने की जरूरत नहीं होगी। इसे दवाओं से भी रोगमुक्त किया जा सकता है। उन्होंने सरकार से अन्य राज्यों की तरह किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर बीज दिलाने की मांग की।
No comments:
Post a Comment