जबलपुर। मशरूम विशेषज्ञ डॉ जया सिंह ने कहा कि देश के महानगरों में अब मशरूम का सेवन बड़े चाव से किया जाने लगा है, लेकिन उचित जानकारी के अभाव में अभी इसका महत्व सोच से दूर है।
डॉ.सिंह ने यहां एक शासकीय कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में कहा कि मशरूम का सेवन मानव सेहत के लिए रामवाण है। इसके सेवन से जहां उच्चरक्तचाप नियंत्रित होता है तो वही मोटापा को कम करता है। उन्होंने कहा कि मानव शरीर के लिए मशरूम के महत्व का लोहा वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है।
कुकुरमुत्ते को लगे गर्मी, तो बनी रहे हरियाली
उन्होंने बताया कि मशरूम रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के साथ ही यह पैरालाइसिस के रोगियों के लिए लाभदायक साबित हुआ है।
साथ ही इसके सेवन से पाचनशक्ति को सुचारू किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में मध्यप्रदेश को मशरूम वर्लड घोषित किया गया है, लेकिन उचित जानकारी के अभाव में लोगों द्वारा इसका कम उपयोग किया जा रहा है।
छोटे मशरूम में है बड़ा करियर
इस अवसर पर मशरूम से निर्मित विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया गया तथा साथ ही छात्रों को इसके उत्पादन की विधि से लेकर इसे रोजगार मूलक बनाने में विस्तार से प्रकाश डाला गया।
डॉ.सिंह ने यहां एक शासकीय कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में कहा कि मशरूम का सेवन मानव सेहत के लिए रामवाण है। इसके सेवन से जहां उच्चरक्तचाप नियंत्रित होता है तो वही मोटापा को कम करता है। उन्होंने कहा कि मानव शरीर के लिए मशरूम के महत्व का लोहा वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है।
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